सखी
तेरे पास है सपना तेरा
तेरे पंख सुनहरे
तोलकर जिनको
उड़ेगी तू
पहाड़ी पार
मैं
तो पत्थर हूँ
जो ठहरा है
समुन्दर के साथ
ऐसे कई पलों में साक्षी बनकर
तेरे पास है सपना तेरा
तेरे पंख सुनहरे
तोलकर जिनको
उड़ेगी तू
पहाड़ी पार
मैं
तो पत्थर हूँ
जो ठहरा है
समुन्दर के साथ
ऐसे कई पलों में साक्षी बनकर
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