कहे पुरनकी दादी हमरी
जालिम इ सरकार है तुमहरि
खेती छीना घर मोरा तोडा
बंधु हो गए हम अभागल
हमको कहता है illegal
हमको कहता है साला criminal
उहे मुलुक को ढोया सर पे
रोजी मिले न रोटी
नेता बाबू पुलिस तराजू
नोच लिहिस देह से बोटी
हमरा घर में हम ही भिखारी
हमरे वोट का खा कर
हमको कहता है illegal
हमको कहता है साला criminal
क्रिमिनल है हर आसिक लौंडा
चूमे जो अपने पिया को
चोर है हर दलित बहुजनवा
जोते जो खेतीआ को
जीने न दे मरने न देता
सोने न दे थक कर
हमको कहता है illegal
हमको कहता है साला criminal
जालिम इ सरकार है तुमहरि
खेती छीना घर मोरा तोडा
बंधु हो गए हम अभागल
हमको कहता है illegal
हमको कहता है साला criminal
उहे मुलुक को ढोया सर पे
रोजी मिले न रोटी
नेता बाबू पुलिस तराजू
नोच लिहिस देह से बोटी
हमरा घर में हम ही भिखारी
हमरे वोट का खा कर
हमको कहता है illegal
हमको कहता है साला criminal
क्रिमिनल है हर आसिक लौंडा
चूमे जो अपने पिया को
चोर है हर दलित बहुजनवा
जोते जो खेतीआ को
जीने न दे मरने न देता
सोने न दे थक कर
हमको कहता है illegal
हमको कहता है साला criminal
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