कितनी उम्र काफी होती है
कब कहते हैं
बस बाकी नेक्स्ट क्लास में करेंगे
गतांक से आगे की यात्रा आपकी
अकेली है....
न डर है गलते शरीर का
न चिंता, न दुनिया की उगाई हुई समझदारी की बेल , दम घोंटती हुई
बस एक सड़क है
जिसके किनारे की बेंच पर पन्ने हैं कुछ
और एक कलम है
--
मुझे नहीं पता हम कब मिलेंगे फिर
मैं बस स्टैंड से लौट चुका हूँ वापस , अपने कमरे में
आपकी कलम के साथ
आपके पन्नों की कुछ कतरनों के साथ
--
मेरा प्यार आपको
आपकी यात्रा के लिए,नेक्स्ट क्लासों से दूर.......
और आभार
कि आपने मुझे कहना सिखाया, सुनना सिखाया
लिखना सिखाया
आदमी बनाया
कब कहते हैं
बस बाकी नेक्स्ट क्लास में करेंगे
गतांक से आगे की यात्रा आपकी
अकेली है....
न डर है गलते शरीर का
न चिंता, न दुनिया की उगाई हुई समझदारी की बेल , दम घोंटती हुई
बस एक सड़क है
जिसके किनारे की बेंच पर पन्ने हैं कुछ
और एक कलम है
--
मुझे नहीं पता हम कब मिलेंगे फिर
मैं बस स्टैंड से लौट चुका हूँ वापस , अपने कमरे में
आपकी कलम के साथ
आपके पन्नों की कुछ कतरनों के साथ
--
मेरा प्यार आपको
आपकी यात्रा के लिए,नेक्स्ट क्लासों से दूर.......
और आभार
कि आपने मुझे कहना सिखाया, सुनना सिखाया
लिखना सिखाया
आदमी बनाया
Unhone kitnon ko insaan banaya....kabhi kabhi lagta hai ki kitne saare log sirf unki wajah se ek doosre se jude hue hain....
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