मंगलवार, 17 जनवरी 2012

sangya shoonya-1

नींद में देखा तो क्या
वो सपना तो गया

खाली आँखों के सामने एक लम्बी रात पड़ी है
दर्द का शायर
रात का उल्लू  होता है
अपने सामने वक़्त का vaccum बना कर
ताकता रहता है
संज्ञा शून्य

1 टिप्पणी: