शनिवार, 11 जनवरी 2020

subah

इस तरह बना लें
हम अपनी सुबह
टेलीफोन के तारों में पिरो कर

चलें काफी दूर
और देखते चलें
क़दमों के तले
पार्कों में बिखरे हुए
यतीम लम्हों को
घर ले चलें 

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