कब्रगाहों में तितलियाँ भर दो
फ़ेंक दो तमाम चिट्ठियां तूफ़ान खाती लहरों में
कुछ मत सुनो कुछ मत देखो
लिख लिख कर खर्च करो
अपने अंदर का शोर
फिर माज़ी से आती कुछ आवाज़ों पर गौर करो
पहचानो वो कौन था
जो तुम्हारे जैसा था
और जो खोजता फिर रहा है
आज तक तुम्हें
फ़ेंक दो तमाम चिट्ठियां तूफ़ान खाती लहरों में
कुछ मत सुनो कुछ मत देखो
लिख लिख कर खर्च करो
अपने अंदर का शोर
फिर माज़ी से आती कुछ आवाज़ों पर गौर करो
पहचानो वो कौन था
जो तुम्हारे जैसा था
और जो खोजता फिर रहा है
आज तक तुम्हें