-मुशायरा-
हिन्दुस्तानी कवितायेँ - आनंद झा
गुरुवार, 7 अगस्त 2014
अपने सपनों का एक सिरा
मेरी तरफ दे दो
मुझको आने दो अपने ख्वाबों में
1 टिप्पणी:
shwetambera
10 अगस्त 2014 को 11:24 pm बजे
amazing!!!!
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amazing!!!!
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